पश्चाताप

अक्सर मंदिर के पुजारी व्यक्ति को जीवन के आसक्ति के प्रति पश्चताप का भाव रख कर ईश्वर से क्षमा प्रार्थी होने की सलाह देते हैं। इनके अनुसार यदि वासना के प्रति निरासक्त होकर ईश्वर से क्षमा याचना की जाए तो मरणोपरांत ऊर्ध्व गति प्राप्त होती है।  व्यक्ति डरकर दबी जुबान से क्षमा मांग तो लेता है परन्तु उसे अपनी अनगिनत  वासनाओं के अतृप्त रहने  का अफसोस होता है। वो पश्चाताप जो केवल…
Conto 2.2mil visualizações 1 História concluída

कविता

Nil
1 capítulo 1.0mil visualizações 1 Novo capítulo Todos os Domingos

Dil se

यहा मेरी कविताए आप पढ सकते है
1 capítulo 3.0mil visualizações Novo capítulo A cada 15 dias
Blog

हौले कविता मैं गढ़ता हूँ

#आत्म_कथ्य #Mind #Confession #2linesonly #2liners #Spiritual #Micro_poetry
2 CAPÍTULOS 821 visualizações 2 História concluída

दुर्योधन कब मिट पाया

जब सत्ता का नशा किसी व्यक्ति छा जाता है तब उसे ऐसा लगने लगता है कि वो सौरमंडल के सूर्य की तरह पूरे विश्व का केंद्र है और पूरी दुनिया उसी के चारो ओर ठीक वैसे हीं चक्कर लगा रही है जैसे कि सौर मंडल के ग्रह जैसे कि पृथ्वी, मांगल, शुक्र, शनि इत्यादि सूर्य का चक्कर लगाते हैं। न केवल वो अपने हर फैसले को सही मानता है अपितु उसे औरों पर थोपने की कोशिश भी करता है। नतीजा …
41 CAPÍTULOS 18.8mil visualizações 41 Novo capítulo A cada 10 dias

चेतना के अंकुर

मेरे जीवन में बहुत सारी ऐसी घटनाएँ घटती है जो मेरे ह्रदय को आंतरिक रूप से उद्वेलित करती है। मै बहिर्मुखी स्वाभाव का हूँ और ज्यादातर मौकों पर अपने भावों का संप्रेषण कर हीं देता हूँ। फिर भी बहुत सारे मुद्दे या मौके ऐसे होते है जहाँ का भावो का संप्रेषण नहीं होता या यूँ कहें कि हो नहीं पाता। यहाँ पे मेरी लेखनी मेरा साथ निभाती है और मेरे ह्रदय ही बेचैनी को जमान…
32 CAPÍTULOS 32.2mil visualizações 27 História concluída

मेरे गाँव में शामिल हुआ है थोड़ा सा शहर

इस सृष्टि में कोई भी वस्तु बिना कीमत के नहीं आती, विकास भी नहीं। अभी कुछ दिन पहले एक पारिवारिक उत्सव में शरीक होने के लिए गाँव गया था। सोचा था शहर की दौड़ धूप वाली जिंदगी से दूर एक शांति भरे माहौल में जा रहा हूँ। सोचा था गाँव के खेतों में हरियाली के दर्शन होंगे। सोचा था सुबह सुबह मुर्गे की बाँग सुनाई देगी, कोयल की कुक और चिड़ियों की चहचहाहट सुनाई पड़ेगी…
2 CAPÍTULOS 1.9mil visualizações Novo capítulo Toda semana

Eres perfecta

História não Verificada A veces la perfección puede ser una condena o la mejor de las virtudes. Fui criada para obedecer, ni más ni menos. Me casé con un completo desconocido. No sabia como actuar y menos cuando sus acercamientos me hacían sentir inestable. Entre más sentía que nos estábamos acercando, me alejaba y me recordaba que esto no era real y que solo es un mer…
2 CAPÍTULOS 16.6mil visualizações 3 2 Novo capítulo Toda semana

Huellas de El

História não Verificada Huellas de el
Conto 2.7mil visualizações 1 História concluída

धरती पर ले आता कौन!

História não Verificada ईश्वर की शक्ति असीम और अपरम्पार है। सूरज की रोशनी आखिर धरती पर कैसे पहुंचती है। धरती अनेक मौसम आते हैं। परंतु उनको बारी बारी से एक क्रम में कौन लाता है? धरती को और सौर मंडल के अनेक तारों और ग्रहों को कौन थामे रहता है? आखिर कौन है वो शक्ति?ईश्वर की असीम शक्ति को रेखांकित करती हुई कविताएं।
4 CAPÍTULOS 3.9mil visualizações 8 História concluída

भगवान बताएं कैसे? [भाग-1]

História não Verificada कहते हैं कि ईश्वर ,जो कि त्रिगुणातित है, अपने मूलस्व रूप में आनंद हीं है, इसीलिए तो उसे सदचित्तानंद के नाम से भी जाना जाता है। इस परम तत्व की एक और विशेषता इसकी सर्वव्यापकता है यानि कि चर, अचर, गोचर , अगोचर, पशु, पंछी, पेड़, पौधे, नदी , पहाड़, मानव, स्त्री आदि ये सबमें व्याप्त है। यही परम तत्व इस अस्तित्व के अस्तित्व का कारण है और परम आनंद की अनुभूति केवल इसी से सं…
Conto 914 visualizações História concluída

वर्तमान से वक्त बचा लो [भाग6]

História não Verificada एक व्यक्ति का व्यक्तित्व उस व्यक्ति की सोच पर हीं निर्भर करता है। लेकिन केवल अच्छा विचार का होना हीं काफी नहीं है। अगर मानव कर्म न करे और केवल अच्छा सोचता हीं रह जाए तो क्या फायदा। बिना कर्म के मात्र अच्छे विचार रखने का क्या औचित्य? प्रमाद और आलस्य एक पुरुष के लिए सबसे बड़े शत्रु होते हैं। जिस व्यक्ति के विचार उसके आलस के अधीन होते हैं वो मनोवांछित लक्ष्य का संधान करने मे…
Conto 1.2mil visualizações História concluída

वर्तमान से वक्त बचा लो [पंचम भाग ]

História não Verificada विवाद अक्सर वहीं होता है, जहां ज्ञान नहीं अपितु अज्ञान का वास होता है। जहाँ ज्ञान की प्रत्यक्ष अनुभूति होती है, वहाँ वाद, विवाद या प्रतिवाद क्या स्थान ? आदमी के हाथों में वर्तमान समय के अलावा कुछ भी नहीं होता। बेहतर तो ये है कि इस अनमोल पूंजी को वाद, प्रतिवाद और विवाद में बर्बाद करने के बजाय अर्थयुक्त संवाद में लगाया जाए, ताकि किसी अर्थपूर्ण निष्कर्ष पर पहुंचा …
Conto 1.4mil visualizações História concluída

मान गए भई पलटूराम

História não Verificada इस सृष्टि में बदलाहटपन स्वाभाविक है। लेकिन इस बदलाहटपन में भी एक नियमितता है। एक नियत समय पर हीं दिन आता है, रात होती है। एक नियत समय पर हीं मौसम बदलते हैं। क्या हो अगर दिन रात में बदलने लगे? समुद्र सारे नियमों को ताक पर रखकर धरती पर उमड़ने को उतारू हो जाए? सीधी सी बात है , अनिश्चितता का माहौल बन जायेगा l भारतीय राजनीति में कुछ इसी तरह की अनिश्चितता का म…
Conto 1.6mil visualizações História concluída

ज़रा सी जिंदगी

História não Verificada अनकही दास्तान और मेरी कहानी
8 CAPÍTULOS 953 visualizações 8 Novo capítulo Todas as Segundas-feiras

बना कर दिखाओ

História não Verificada बना कर तो दिखाओ
Conto 930 visualizações Em progresso