गुरुजी से हमेशा कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। पर इस बार इस कहानी को पढ़कर आपको जीवन के कुछ महत्वपूर्ण बातें सीखने को मिलेगी, और साथ ही साथ कैसे एक लड़के ने मज़ेदार तरीके से उसे अमल किया है। अच्छी शिक्षा और मज़ेदार कहानी! जानिए कैसे एक लड़के ने अपनी बुद्धि का इस्तमाल कर कुछ बड़ा हासिल किया!
ओहदा और बुद्धिमता के बीच की लकीर काफी पतली और क्षीण होती है । मात्र ओहदे से इज्जत नहीं मिलती, सम्मान नही मिलता, बुद्धिमता हासिल नहीं होती, इसे सतत अभ्यास और परिश्रम करके अर्जित करना पड़ता है।