अखबार में यह बात एक नई सोच वाली लड़की ने पढ़ी। उस लड़की को यह जानकर बहुत दुख हुआ कि अभी भी भारत देश में बहुत से लोगों की सोच पुरानी और दबी हुए है। उसने लता को अप्रत्यक्ष रूप से अखबार में जवाब दिया। लता ने उसे पढ़ा, और उसे बात भी समझ आई, पर उसका फैसला अटल था (की वह कत्थक नहीं करेगी)। बहुत दिन बीत चुके थे इस बात को, पर तभी एक दिन, लता के पापा ने बंगले का उपरी हिस्सा किराए पर दे दिया, क्यूंकि उन्हें धंधे में बहुत नुकसान हो गया था। उन्होंने तुरंत एक किराएदार भी ढूंड लिया। वह किराएदार कोई और नहीं बल्कि वहीं लड़की थी जिसने लता की बातें पढ़ी थी और जवाबभी दिया था। वह लड़की लता से मिलना चाहती थी ताकि वह उसे (लता) को बता सके कि अपने सपने पूरे करना कोई गुन्हा नहीं है।पर उसकी तो लता का नाम भी नहीं पता था। वह लड़की अक्सर घर से बाहर रहती थी,क्यूंकि वह लता को ढूंढ रही थी। एक दिन वह लड़की लताके कमरे से गुज़र रही थी,कि तभी उसेएक डायरी ज़मीन पर पड़ी हुई मिली। वह लता की डायरी थीजिसमे वह अपने एक-एक दिन की घटना लिखती थी। अगर वह लड़की वो डायरी पढ़ती तो सबको पता चल जाता कि लता कत्थक भी सीखने जाती थी। तभी अचानक वहां लता आ गई,उसने उस लड़की को कहा कि,“तुम ऐसे कैसे किसी के भी कमरे में आ कर उसकी डायरी पढ़ सकती हो!” उस लड़की ने कहा “मुझे माफ़ कर दो,मैं तो बस..........” “अच्छा ठीक है,अब जाओ।” लता ने कहा। कुछ दिनों बाद,लता के हात से उसकी डायरी गिर गई। वह डायरी उस लड़की ने उठा ली। उसने सच्चाई देख लि, की लता हिं वह लड़की है जिसने अखबार में लिखा था कि,लड़कियों को अपना सपना पूरा करने का कोई हक नही है! वह लता के कमरे में उसे समझाने गई,पर वह ना मानी। फिर उस लड़की ने कहा कि “ तुम्हे कुछ ऐसा करना होगा जिससेतुम्हारे पापा कत्थक करने की खुशी-खुशी इजाज़त दे दें। और साथ ही साथ उनके मन से ये लड़का और लड़की का भेद निकल जाए।” तो लता ने कहा कि “ऐसा क्या काम हो सकता?” तो फिर उस लड़की ने सोचा और उसके चहरे पर मुस्कान आ गई। एक रात,लता के घर में चोर घुस गए। सब सोए हुए थे,पर लता पानी पीने रसोई घर में आई थी। उसने चोरों को देखा,वह थोड़ी देर के लिए घबरा गई। लेकिन फिर उसने तुरंत रसोई घर से लाल मिर्च का पाउडर उठा लिया,और एक रस्सी भी। वह चोरों के सामने गई और बहुत ज़ोरो से कत्थक करना शुरू कर दिया। वह ऐसे कत्थक कर रही थी कि मानो काली मा रौद्र रूप उसने धारण कर लिया हो,इससे चोर इतना दर गए कि मानो उन्होंने एक भूत देख लिया हो। लता ने फिर चोरों पर लाल मिर्च का पाउडर फेक दिया और उन्हें रस्सी से बांध दिया। ये सब लता के पापा ने देख लिया। लता दर गई। पर अचानक उसके पापा ने उसे गले से लगा लिया। लता के पापा ने बड़े खुशी के साथ कहा की “लड़कियों को भी अपने सपने पूरा करने का पूरा हक है” लता खुशी के मारे उछल पड़ी मानो दुनिया की सारी खुशियां उसे मिल गई हो। लता के पापा ने कहा “ बेटा आज तूने मेरी आँखें खोल दी। शायद भगवान चाहते थे कि मेरी सोच मेरी बेटी ही बदले।” लता ने उसके पापा को धन्यवाद बोला। वह सुबह होते ही उस लड़की के पास गई और उसे सब कुछ बताया। वह लड़की खुशी के मेरे झूम उठी। फिर लता ने ५-१० साल बहुत मेहनत की और आज वह एक प्रसिद्ध नर्तिका है। लता ने सच- मूच एक मिसाल कायम की है। उसने आखिर पूरे कर ही दिखाए "अपने सपने"
Vielen Dank für das Lesen!
Wir können Inkspired kostenlos behalten, indem wir unseren Besuchern Werbung anzeigen. Bitte unterstützen Sie uns, indem Sie den AdBlocker auf die Whitelist setzen oder deaktivieren.
Laden Sie danach die Website neu, um Inkspired weiterhin normal zu verwenden.